शुक्र है, मैं औरत नहीं
व अन्य कहानियाँ
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Publisher Description
कहींनकहींहरपल–एकजबरदस्तीहोरहीहै–एकशुन्यतामेंबलात्कार–एकसमझौता।कहींनकहींबेटीबचाओ-बेटीबचाओकानाराबसआवाज़बनकररहगयाहै–औरदुनियाजननीसेवंचित।कहींनकहींआजभीकोईईमरतीबाईपुछतीहै-मैंहीक्यों?बांझपनसेहोतीहुईकहानियाँ–बहुतसेसवालोंकोजन्मदेतींहैं।औरसवालोंकेजवाबनहींमिलते।चलेंकुछकहानियोंकोकुरेदें।