शुक्र है, मैं औरत नहीं शुक्र है, मैं औरत नहीं

शुक्र है, मैं औरत नही‪ं‬

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Publisher Description

कहींनकहींहरपल–एकजबरदस्तीहोरहीहै–एकशुन्यतामेंबलात्कार–एकसमझौता।कहींनकहींबेटीबचाओ-बेटीबचाओकानाराबसआवाज़बनकररहगयाहै–औरदुनियाजननीसेवंचित।कहींनकहींआजभीकोईईमरतीबाईपुछतीहै-मैंहीक्यों?बांझपनसेहोतीहुईकहानियाँ–बहुतसेसवालोंकोजन्मदेतींहैं।औरसवालोंकेजवाबनहींमिलते।चलेंकुछकहानियोंकोकुरेदें।

GENRE
Fiction & Literature
RELEASED
2017
December 5
LANGUAGE
HI
Hindi
LENGTH
92
Pages
PUBLISHER
Notion Press
SELLER
Notion Press Media Private Limited
SIZE
4.7
MB