के के और शिल्पा राओ की भावपूर्ण आवाज़ों में “ख़ुदा जाने” एक नरम-सी तासीर वाला गुनगुनाने लायक गाना हैं जबकि “लकी बॉय” एक मस्ती-भरा गाना है जिसे सुनिधि चौहान ने चुलबुली आवाज़ में गाया है। लकी अली और श्रेया घोषाल का गाया “आहिस्ता-आहिस्ता” का असर आहिस्ता-आहिस्ता होगा; पहली बार नहीं, बल्कि एकाध बार सुनने के बाद। पंजाबी बीट्स पे नाचने के लिए है “स्मॉल टाउन गर्ल” तो पूरे परिवार को बाँधने वाला सुखविंदर का गाया दूसरा पंजाबी बीट्स वाला गाना है “जोगी माही”। इस ऐल्बम के ताज का कोहिनूर है इसका शीर्षक गीत “बचना ऐ हसीनों” जिसमें किशोर दा की अमर आवाज़ है और अंतरों में उनके पुत्र सुमित कुमार ने बढ़िया साथ निभाया है।
म्यूज़िक वीडियो
- Shankar-Ehsaan-Loy
- Shankar-Ehsaan-Loy
- प्रीतम
- Sajid - Wajid, Sohail Sen & जूलियस पैकिअम
- Madan Mohan
- सलीम-सुलैमान
- Sajid - Wajid